भारत अपना 74वाँ गणतंत्र दिवस मनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है और हर एक भारतीय उत्साह से भरा हुआ है। हमेशा की तरह गणतंत्र दिवस की परेड का इंतज़ार ना सिर्फ भारतियों को है बल्कि पूरी दुनिया इसको लेकर उत्साहित रहती है। दुनिया को भारत की शक्ति का पता चलता है और दुशमन को उसकी औकात का। दुनियाभर के राजनेता और राजदूत इस परेड मे शामिल होते हैं इसके साथ ही कई देशो की सेनाओ के दस्ते भी परेड का हिस्सा बनते हैँ। इस बार पहली दफा मिस्र की सेना का दस्ता गणतंत्र दिवस की परेड का हिस्सा बनेगा।
मिस्र की सेना का दस्ता लेगा परेड मे भाग 26 January Special
मिस्र
की सेना की टुकड़ी भारत पहुँच चुकी है और उसने भारतीय सेना के साथ अभ्यास करना भी शुरू
कर दिया है। मिस्र की सेना की टुकड़ी ने कर्त्तव्यपथ पर भारतीय सेना के साथ आज जमकर
अभ्यास किया ताकि परेड मे वह भारतीय सेना के साथ कदमताल कर सकें। बता दें की मिस्र
के सैन्य दस्ते में थल सेना , वायु सेना और नौसेना के जवान शामिल हैँ। कुल मिलाकर
144 जवानों की टुकड़ी है इसके साथ ही मिस्र की सेना का 12 सदस्यीय बैंड भी शामिल होगा।
क्या
है इस बार के गणतंत्र दिवस में खास 26 January Special
गणतंत्र
दिवस तो हर बार खास ही होता है इसमें भारत के तीनो सेनाओ का पराक्रम एयर अनुशाशन देखने
को मिलता है साथ ही पूरी दुनिया भारत की विविधता को राज्यों कि झंकियों के माध्यम से
देखती है।इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में स्वदेशी तकनीक से निर्मित मेड इन इंडिया
हथियारों का बोलबाला रहेगा साथ ही भारतीय सेना की कई टुकड़ियों व स्पेशल फोर्स के जवानों
की धमक भी रहेगी। आकाश में घातक लड़ाकू विमान अपनी कला दिखाएंगे इसके साथ ही कई राज्यों
कि झाँकियां भी आएंगी। परेड में देश के प्रमुख संस्थानों जैसे डी आर डी ओ एच ए एल,
इसरो की झाँकियां भी शामिल होंगी।
क्या
रहेगा परेड का समय
यदि
बात करें झंडा रोहण की तो भारत की नव निर्वाचित राष्ट्रपति श्रीमति द्रौपदी मुर्मू
प्रातः 7:30 बजे देश के तिरंगे को फेहरायेंगी जबकि परेड कि शुरुआत 9 बजे से होंगी।
पूरी परेड का लाइव प्रसारण न्यूज़ चैनलों में अथवा दूरदर्शन पर होगा। इस बार का गणतंत्र
दिवस इसलिए भी खास है क्यूंकि यह कर्त्तव्यपथ पर होगा जो कि पहले राजपथ था।
मिस्र
के राष्ट्रपति होंगे मुख्य अतिथि
भारत
हर वर्ष किसी मित्र देश के प्रमुख को गणतंत्र दिवस कि परेड में मुख्य अतिथि के रूप
में निमंत्रित करता है। इस बार की गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे मिस्र
के राष्ट्रपति Abdel Fattah El-Sisi. भारत और मिस्र के रिश्ते काफ़ी अच्छे हैँ और दोनों
देश एक दुसरे का सम्मान भी करते हैँ। भारत के इस कदम से दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत
होंगे जिससे कि भारत और मिस्र दोनों को फायदा होगा।
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